रंगभरी एकादशी पर श्रद्धालुओं के प्रेम ने धाम में नया रिकॉर्ड बना दिया। पहली बार रंगभरी एकादशी पर 10.50 लाख शिवभक्तों ने बाबा विश्वनाथ और मां गौरा को गुलाल अर्पित किया। मंदिर प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार मंगला आरती से शयन आरती तक श्रद्धालुओं का आंकड़ा साढ़े दस लाख पार कर गया था। रंगभरी एकादशी पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में मंगला आरती के बाद गुलाल अर्पित करके होली की अनुमति लेने के लिए काशीवासियों की लंबी कतार लगी रही।
मंदिर के सभी प्रवेश द्वार पर भक्तों की भारी भीड़ रही। गेट नंबर चार से तो साढ़े सात लाख भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया गया। इसके अलावा गेट नंबर एक। गेट नंबर दो और गंगा द्वार से भी भक्तों की कतार मंदिर में लगी रही। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि मंगला से शयन आरती तक साढ़े दस लाख श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई। सिर्फ गेट नंबर चार से साढ़े सात लाख श्रद्धालुओं ने मंदिर में प्रवेश किया। इसके अलावा बाकी सभी प्रवेश द्वार पर भी श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी थी।