लड़कों वाले ने पहले कहा था कि दहेज नहीं चाहिए। फिर अचानक बुलेट बाइक की मांग करने लगे। शादी के बाद डेढ़ लाख रुपये की मांग शुरू हुई।
किसी तरह जुटाकर 1.35 लाख रुपये दिए गए। एक सप्ताह पहले 15 हजार बकाया दे दिया गया। इसके बाद फिर से दो लाख रुपये मांगा जा रहा था। यह रुपये न देने पर ही दहेज लोभियों ने मेरी बेटी और नातिन की हत्या कर दी।
यह कहते हुए अंजुम आरा बिलख पड़ी। उनकी बेटी नरगिस गुरुवार को अपनी चार माह की बच्ची रानी के साथ शक्तिनगर के कोटा स्थित ससुराल में मृत मिली थी। मायके वालों ने दहेज हत्या का आरोप लगाया है। दुद्धी निवासी नरगिस का विवाह एक साल पहले ही कोटा निवासी अरमान के साथ हुआ था।
शुक्रवार की दोपहर बाद पंचनामा के बाद शव दुद्धी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। पोस्टमार्टम हाउस पर लोगों की भीड़ लगी रही। मां-बेटी की मौत से लोग आहत रहे। देर शाम पोस्टमार्टम कर परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया।
स मामले में सीओ पिपरी अमित कुमार ने बताया कि दहेज हत्या के तहत केस दर्ज कर जांच व सभी आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण भी स्पष्ट होगा।