उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द होने के बाद एसटीएफ का एक्शन जारी है. अलग-अलग जिलों से यूपी पुलिस की परीक्षा में सेंध लगानेवालों को दबोचा जा रहा है. वहीं बुधवार को UP STF ने पेपर लीक करने वाले नेटवर्क के एक अहम कड़ी को धर दबोचा है. STF ने हरियाणा के जींद जिले से महेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया है, जिसके खिलाफ मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है. वहीं महेंद्र शर्मा ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है.
इस रिजॉर्ट में रची गई
प्लानिंगवहीं STF के पूछताछ में महेंद्र शर्मा ने बताया कि, ‘बीते 15 फरवरी को दिल्ली पुलिस के विक्रम पहल ने उसे गुरुग्राम के मानेसर स्थित रिजॉर्ट पर लेकर आया था. गुरुग्राम के इस रिजॉर्ट में पहले से 400 परीक्षारथी मौजूद थे. 10 से 12 बसों में परीक्षार्थियों को लेकर गौरव चौधरी नामक युवक रिजॉर्ट लेकर आया था.’ महेन्द्र ने आगे बताया कि, विक्रम पहल ने मदद करने पर लिए उसे 2लाख देने का वादा किया था. विक्रम पहल ने रिजॉर्ट में इकट्ठा हुए करीब 1000 परीक्षार्थियों को बुलाकर मीटिंग की थी. 16 फरवरी को दिन में 11:00 बजे ही विक्रम अपने साथियों के साथ 18 फरवरी की दूसरी पाली का प्रश्न पत्र और आनंसर की लेकर रिजॉर्ट में पहुंच गया था.’
पेपर लीक में हुआ ये बड़ा खुलासा
STF के पकड़ में पकड़ में आए महेन्द्र ने आगे खुलासा किया कि, ‘विक्रम पहल, अभिषेक शुक्ला और रवि नामक व्यक्ति के साथ मिलकर परीक्षा से पहले ही दिल्ली में यूपी पुलिस भर्ती का पेपर आउट करने और ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थियों को गुरुग्राम के रिजॉर्ट में इकट्ठा कर पेपर देने की प्लानिंग थी. विक्रम पहल दिल्ली पुलिस में हवलदार है. विक्रम पहल को पुलिस भर्ती का पेपर फरार रवि अत्री ने दिया था. रवि यात्री नोएडा का रहने वाला है. नीट परीक्षा का पेपर लीक कराने में भी वह जेल जा चुका है