आगरा के बिजलीघर स्थित शिवाजी मार्केट में कपड़ा कारोबारी सोभराज के शोरूम में 70 लाख रुपये चोरी हुए थे। चोर एक थैला लेकर आए, रकम ज्यादा मिलने पर पोटली में नोटों के बंडल बांधकर सिर पर रखकर ले गए। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पुलिस को सुराग मिला।
नौकर बादल ने वीडियो कॉल से गैंगस्टर विशाल को रेकी कराई और वारदात की साजिश रची। बुधवार को पुलिस ने 6 चोरों को गिरफ्तार किया और 57 लाख रुपये बरामद किए। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि शुक्रवार रात को वारदात हुई थी।
कारोबारी ने बताया था कि 18-20 लाख रुपये रखे थे। बाजार में चर्चा थी कि रकम 1 करोड़ से अधिक है। थाना पुलिस, एसओजी के साथ ही सर्विलांस टीम को लगाया।
पुलिस को दुकान के बाहर के सीसीटीवी की फुटेज मिली। इसमें चार चोर थैले और पोटली सिर पर लेकर जाते नजर आए। बालूगंज तक 125 कैमरों के फुटेज देखे। इससे सुराग मिल गया।
जेल से छूटते ही वारदात
डीसीपी ने बताया कि नई बस्ती, बालूगंज निवासी विशाल, अनुराग, औलेया रोड निवासी शेखर, विशाल, बादल और दयालबाग निवासी आशीष को गिरफ्तार किया। बादल कपड़ा शोरूम में नौकरी करता है। उसे पता था कि दुकान में रोजाना कैश आता है।
इकट्ठा होने के बाद बैंक जाता है। नई बस्ती का गैंगस्टर विशाल उसका दोस्त है। उस पर इनाम घोषित था। पुलिस ने जेल भेजा था। वह हाल ही में छूटा है। 1 महीने पहले बादल ने विशाल को वीडियो कॉल कर शोरूम में रखा कैश दिखाया। कहा कि 20 से 25 लाख रुपये मिल जाएंगे। गैंगस्टर ने योजना बनाई।
रकम का अंदाजा नहीं था
गैंगस्टर विशाल अपने 3 साथियों के साथ आया। वह एक थैला लेकर आए थे। उन्हें अंदाजा नहीं था कि कैश अधिक होगा। शोरूम में 500 और 100 के नोटों की गडि्डयां रखी मिलीं।
उन्होंने थैले में नोटों की गडि्डयां रखनी शुरू की तो वह कुछ ही देर में भर गया। जेबें भी भर गईं। इस पर उन्होंने बाकी गडि्डयां और बंडल भरने के लिए कपड़ों की पोटली बनाई।
मगर, उसका वजन अधिक था। इस कारण शोरूम में दूसरी जगह रखा कैश नहीं ले जा सके। वह थैला और पोटली को सिर पर रखने के बाद बाहर निकल गए।
दोस्तों को बांटी, गहने खरीदे
मामूली चोरी करने वाले चोरों को 70 लाख से अधिक कैश मिला था। वह रकम देखकर चकरा गए थे। उन्हें लगा कि घर में छिपाएंगे तो पकड़े जाएंगे। इसलिए आगरा के अलावा मथुरा और फिरोजाबाद में अपने दोस्तों को बांटने लगे। दोस्तों के पूछने पर कहा कि कहीं से आए हैं।
बाद में दे देना। अभी उधार लेकर काम चला लो। पुलिस ने इन सभी से रकम बरामद की। 10 लाख के गहने भी खरीद लिए। रकम ज्यादा मिलने पर पुलिस ने कारोबारी से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि कई दिन का कैश जमा नहीं कर पाए थे।
बिल जुटा रहे थे। कारोबारियों को भी कैश देना था। मगर, चुनाव आचार संहिता के कारण कारोबारी नहीं आ रहे थे।