कैथी (चौबेपुर) निवासी अधिवक्ता कौशिक कुमार पांडेय की शिकायत पर कोर्ट ने कैंट पुलिस को 11 लोगों पर रंगदारी मांगने, धमकाने का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। आरोप है। कि माफिया सुभाष ठाकुर और सुजीत सिंह बेलवा का नाम के नाम पर 50 लाख की रंगदारी मांगी गई।
न देने पर दुष्कर्म के आरोप में फंसाने की धमकी दी गई। प्रकरण बीते साल जून का है। केस दर्ज नहीं किये जाने पर अधिवक्ता ने कोर्ट से गुहार लगाई थी।
कैंट थाने में शिवपुर के भगतपुर निवासी रीना तिवारी उर्फ काजल, कश्मीरीगंज खोजवां निवासी दुर्गाशंकर पांडेय उर्फ गुरुजी, हाथी बाजार (जंसा) निवासी बृजेश सिंह उर्फ पप्पू हाथी, उसके के पुत्र, अशोक सिंह गुप्ता, दुर्गाकुंड के कबीरनगर निवासी नमिता रुंगटा, महमूरगंज के निराला नगर की नताशा लालवानी उर्फ वर्षा मेघानी, उसकी बहन नंदिनी, अविनाश सिंह, पूजा सिंह, गंगा मिश्र उर्फ बिहारी को नामजद किया गया है।
अधिवक्ता कौशिक कुमार के मुताबिक कोरोना काल में तलाकशुदा रीना तिवारी उनके यहां नौकरी मांगने आई थी। उसे मुंशी के तौर पर रख लिया। बाद में पता चला कि उसके चाल-चलन ठीक नहीं है, इसलिए उसे हटा दिया। इस बीच वह दिल्ली में जेल भी गई, बाद में जमानत पर छूटी। आरोप है कि वह विभिन्न आपराधिक मामलों में लिप्त रही है। जून 2023 में अपने गिरोह के लोगों को अधिवक्ता के चैंबर में भेजकर धमकी भरे पत्र भिजवाया।
सुभाष ठाकुर और सुजीत सिंह बेलवा का नाम लेकर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। रंगदारी नहीं देने पर दुष्कर्म और अन्य आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकी दी। अधिवक्ता के मुताबिक यह गिरोह इसके पहले भी कई लोगों से वसूली कर चुका है। जून 2023 में महमूरगंज में एक हत्या में भी ये शामिल रहे हैं। कोर्ट के आदेश पर पुलिस केस दर्ज कर छानबीन में जुटी है।