होली के बाद अब गर्मी की छुट्टियों में यात्रियों का सफर राहत भरा बनाने के लिए रेलवे प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। कुल 42 समर स्पेशल ट्रेनें पटरी पर उतारने की तैयारी है। दरअसल, मई-जून में गर्मी की छुट्टियां मनाने के लिए लखनऊ से बड़ी संख्या में यात्री पर्वतीय इलाकों में जाते हैं।
इससे उत्तराखंड जाने वाली जनता एक्सप्रेस, दून एक्सप्रेस, योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस आदि ट्रेनों में लंबी वेटिंग शुरू हो जाती है। इन ट्रेनों में सीटों की बुकिंग शुरू हो गई है। इसी तरह जम्मू-कश्मीर जाने वाली बेगमपुरा एक्सप्रेस, कोलकाता एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस आदि में भी वेटिंग होने से यात्रियों को मुश्किलें हो जाती हैं।
इसलिए रेलवे प्रशासन अभी से इन ट्रेनों में सीटों पर नजरें रखे हुए हैं। रूट पर यात्रियों की डिमांड व ट्रैफिक आदि को देखते हुए स्पेशल ट्रेनों को पटरी पर उतारा जाएगा।
अयोध्या रूट पर 130 की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें
अयोध्या रूट की ट्रेनों को 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जाएगा। इससे राजधानी से प्रभु श्रीराम की नगरी पहुंचने में यात्रियों का आधे से एक घंटे का समय बचेगा। अभी यह सफर चार घंटे में पूरा होता है। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा ने बुधवार को हजरतगंज स्थित कार्यालय में प्रेसवार्ता में बताया कि रेलवे प्रशासन इस रूट पर ट्रेनों की औसत स्पीड बढ़ाने जा रहा है।
इसके लिए टाइमटेबल पर भी मंथन किया जा रहा है। डीआरएम ने बताया कि रामनवमी पर अयोध्या के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसकी तैयारियां की जा रही हैं। हाल में अयोध्या के मजिस्ट्रेट के साथ बैठक कर यात्रियों की आवाजाही को लेकर बातचीत की गई।
साथ ही ट्रेनों की वेटिंग पर नजर रखी जा रही है। इसके अनुसार ही स्पेशल ट्रेनें चलाएंगे। अनुमान है कि रामनवमी पर 20 लाख के आसपास श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि पहले अयोध्या धाम स्टेशन पर चार हजार यात्री आते थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 18 हजार हो गई है।
हंड्रेड डे प्लान पर होगा कामडीआरएम ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के लिए हंड्रेड डे प्लान बनाया जा रहा है। उसके अनुसार काम किया जाएगा। मसलन, चारबाग स्टेशन के वर्षों पुराने फुटओवर ब्रिज हटाए जाएंगे। स्टेशन की सेकेंड एंट्री, दो नए प्लेटफॉर्म, प्लेटफॉर्म नंबर दो, तीन, चार, पांच की लंबाई बढ़ाने सहित अन्य काम इसके तहत होंगे। साथ ही ट्रेनों के संचालन को उत्कृष्ट बनाने पर भी काम होगा।