वाराणसी के कछवा रोड स्थित ठटरा गांव में लाइसेंसी पिस्टल से अपनी कनपटी पर गोली मारने वाले किसान शिव प्रकाश सिंह (45) की उपचार के दौरान छह दिन बाद रविवार को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के बाद हरिश्चंद्र घाट पर किसान के शव की अंत्येष्टि की गई।
मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के ठटरा गांव निवासी शिव प्रकाश सिंह होली के दिन (गत 25 मार्च) सुबह के समय दोस्तों से मुलाकात करने गए थे। उससे एक दिन पहले उन्होंने अपने दो बेटों शुभम और सत्यम को बाल कटवाने के लिए कहा था। दोस्तों से मिलकर घर आए तो देखा कि बेटों ने बाल नहीं कटवाया था। इस पर शिव प्रकाश सिंह नाराज हो गए। उनका कहना था।
कि हमारे कहने का आखिर क्या फायदा हुआ। इस पर उनके बेटों का कहना था कि पापा आप शराब पीना छोड़ दें तो हम बाल कटवा लेंगे। इसे लेकर शिव प्रकाश की उनके बेटों से कहासुनी हो गई। उसी दौरान उन्होंने तैश में आकर अपनी लाइसेंसी पिस्टल से दायीं कनपटी पर खुद को गोली मार ली। आनन-फानन उन्हें उपचार के लिए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां रविवार की सुबह उनकी मौत हो गई। शिव प्रकाश सिंह की मौत के बाद उनके तीनों बेटों, बेटी, पत्नी नीतू, पिता माता दयाल सिंह और मां श्यामा सिंह की हालत बेसुधों जैसी थी।