उन्नाव में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में सात लोगों की जान चली गई। जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जमलदीपुर गांव के लोगों ने बताया कि जिस समय हादसा हुआ बस चालक नशे में था।
ट्रक को सामने देख बस चालक स्टेयरिंग छोड़कर दूसरी तरफ भागा और दरवाजे से कूदकर भाग गया। ट्रक की रफ्तार तेज होने से बस को चीरते हुए निकल गया। ग्रामीणों ने बताया कि बस का चालक स्टेयरिंग छोड़कर न भागता और वाहनों की रफ्तार तेज न होती तो हादसा इतना बड़ा न होता।
हादसे के वक्त बस के पीछे चल रहे बाइक सवार बांगरमऊ निवासी नीरज ने बताया कि बस चालक काफी तेजी से बस चला रहा था। यह सड़क इस लायक नहीं है कि वाहन को इतनी रफ्तार में चलाया जाए। एक युवक सबसे पहले बस से उतरा था और वह सफीपुर की ओर भागा था।अनुमान है कि वही बस का चालक था।
ग्रामीणों ने बताया कि बस में टक्कर लगने के बाद ट्रक चालक ने भी वाहन सहित भागने का प्रयास किया और बस में रगड़ते हुए निकला। इससे बस दाहिने तरफ की सीटों पर बैठे कई यात्रियों को उठने तक का मौका नहीं मिला और बस की सीट पर बैठे-बैठे ही ट्रक से शरीर कई जगह से कट गया और उनकी मौत हो गई।
सीओ सफीपुर ऋषिकांत शुक्ला ने बताया कि सड़क में गड्डे हैं और दोनों वाहनों की रफ्तार अधिक थी। ओवरटेक करने के दौरान बस और ट्रक में टक्कर लगी, रफ्तार तेज होने से पूरी बस क्षतिग्रस्त हो गई।
25 सीटर बस में थे 42 यात्री
जिस समय हादसा हुआ बस खचाखच भरी थी। बस में कुल 40 यात्री बैठे थे और सीट न होने से कुछ खड़े होकर सफर कर रहे थे। बस में क्षमता से अधिक सवारियां न होतीं तो शायद अनियंत्रित न होती और हादसा बच जाता। एआरटीओ आदित्य कुमार त्रिपाठी ने बताया कि बस उन्नाव शहर की आवास विकास कालोनी निवासी यूसुफ रजा के नाम रजिस्टर्ड है।
बस का फिटनेस, बीमा व अन्य कागजात पूरे हैं। बताया कि बस में चालक सहित 25 सीटों का परमिट है। बस के चालक को पुलिस खोज रही है। बताया कि ड्राइविंग लाइसेंस और उसका स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाएगा।